भगवान् श्री गणेश के पूजा में क्या चढ़ाएं?



भगवान् श्री गणेश के पूजा में क्या चढ़ाएं?

किसी भी शुभ कार्य को प्रारम्भ करने से पहले सर्वप्रथम भगवान श्री गणेश जी की पूजा की जाती है इसी कारण इन्हें विघ्नेश्वर या विघ्न हर्ता कहा जाता है| भगवान गणेश समस्त देवी देवताओं में सर्वप्रथम पूजे जाने वाले देवता हैं| इनकी उपासना करने से सभी विघ्नों का नाश होता है तथा सुख-समृद्ध व ज्ञान की प्राप्ति होती है| सुबह जल्दी उठकर स्नान एवं नित्यकर्म से शीघ्र निवृत्त हों अपने सामथ्र्य के अनुसार सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित करें।

संकल्प मंत्र के बाद षोड़शोपचार पूजन-आरती करें। गणेशजी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। गणेश पूजा के दौरान गणेशजी की प्रतिमा पर चंदन मिश्रण, केसरिया मिश्रण, इत्र, हल्दी, कुमकुम, अबीर, गुलाल, फूलों की माला खासकर गेंदे के फूलों की माला और बेल पत्र को चढ़ाया जाता है। धूप, दीप, नारियल फल, ताम्बूल और नैवेध अर्पण करे| मंत्र बोलते हुए 21 दुर्वा-दल चढ़ाएं। 21 लड्डुओं या मोदक का भोग लगाएं। इनमें से 5 लड्डू या मोदक मूर्ति के पास चढ़ाएं और 5 ब्राह्मण को प्रदान कर दें। शेष लड्डू या मोदक प्रसाद रूप में बांट दें। भगवान गणेश  जी की अपने परिवार सहित आरती करे और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करे| ब्राह्मणों को भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा प्रदान करने के पश्चात् संध्या के समय स्वयं भोजन ग्रहण करें।

पूजन के समय यह मंत्र बोलें...

ऊँ गं गणपतये नम:

इस तरह पूजन करने से भगवान श्रीगणेश अति प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं।

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